H3N2 का कहर: दो संक्रमितों की मौत, पोस्ट संक्रमण हो सकती हैं सांस की दिक्कतें, सभी लोग बरतें सावधानी
इन्फ्लूएंजा-ए वायरस के एच3एन2 वैरिएंट के कारण लोगों में कई तरह की गंभीर स्वास्थ्य जटिलताएं देखी जा रही हैं।
ए वैरिएंट से संक्रमण के कारण देश में दो लोगों की मौत भी हो गई है। पहली मौत कर्नाटक में एक 82 वर्षीय व्यक्ति की जबकि दूसरी हरियाणा में रिपोर्ट की गई है।
देश में H3N2 वायरस के 90 से अधिक मामले सामने आए हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि भले ही एच3एन2, इन्फ्लूएंजा परिवार का सदस्य है, पर इससे संक्रमितों में गंभीर रोग के मामले अधिक देखे जा रहे हैं
डॉक्टर्स की टीम का कहना है कि जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर है उनमें एच3एन2 वायरस के कारण गंभीर रोग और इससे मरने का खतरा हो सकता है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे सभी लोगों को, जो उम्रदराज हैं या फिर कोमारबिडिटी के शिकार हैं, उन्हें विशेष बचाव के उपाय करते रहना चाहिए।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे सभी लोगों को, जो उम्रदराज हैं या फिर कोमारबिडिटी के शिकार हैं, उन्हें विशेष बचाव के उपाय करते रहना चाहिए।
H3N2 का संक्रमण किसी को भी हो सकता है, जिसके कारण रोगियों को इंफ्लूएंजा के जैसे ही खांसी-नाक बहने, शरीर में दर्द, मतली-उल्टी या दस्त के साथ तेज बुखार हो सकता है।
कुछ रोगियों में 103 डिग्री से भी तेज बुखार की दिक्कत देखी जा रही है।
ये लक्षण आमतौर पर लगभग तीन-चार दिनों तक रह सकते हैं, हालांकि, कुछ लोगों में यह और भी लंबे समय तक बना रह सकता है।
ये लक्षण आमतौर पर लगभग तीन-चार दिनों तक रह सकते हैं, हालांकि, कुछ लोगों में यह और भी लंबे समय तक बना रह सकता है।